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कठफोड़वा (woodpecker) - Amazing Facts

कठफोड़वा (Woodpecker) : Amazing Facts

कठफोड़वा की शारीरिक बनावट और विशेषतायें
कठफोड़वा का आकार

1.कठफोड़वा के आकार में भिन्नता होती है. अधिकांश कठफोड़वा लगभग 7 सेमी (2.8 इंच) तक लंबे और 7 ग्राम भारी होते हैं. हालांकि इनकी कुछ प्रजातियाँ 50 सेमी (20 इंच) तक लंबी भी होती हैं.
कठफोड़वा की चोंच

2. कठफोड़वा की चोंच काफ़ी मजबूत होती है, जो पेड़ों पर प्रहार करने और उसकी छालों में छेद कर आहार प्राप्त करने में सहायक है.
कठफोड़वा की जीभ

3. कठफोड़वा की जीभ 10 सेंटीमीटर (4 इंच) लंबी होती है, जो उसकी चोंच से तीन गुनी है.

4. कठफोड़वाओं की जीभ लंबी, संकरी और कांटेदार होती है, उनमें स्पाइन होते हैं, ताकि उन्हें पेड़ों की छाल से कीड़े निकालने में आसानी हो.

5. इसकी चिपचिपी लार भी कीटों को पकड़ने में सहायक होती हैं.
कठफोड़वा के पैर

6. कठफोड़वा के पैरों की दो उँगलियाँ सामने की ओर होती हैं और दो पीछे की ओर. इसे जाइगोडैक्टल पैर (zygodactyl feet) कहते हैं. पैरों की ये संरचना उन्हें पेड़ पर चढ़ते समय और उस पर प्रहार कर छेद बनाते समय पकड़ और संतुलन बनाने में मदद करती है.

7. कई कठफोड़वाओं के नाखून अन्य पक्षियों की तुलना में अधिक लंबे और मोटे होते हैं, तो उन्हें पेड़ों पर बेहतर पकड़ देते हैं.


कठफोड़वा का रंग कैसा होता है?

8. प्रजाति अनुसार कठफोड़वा के रंग में भिन्नता देखने को मिलती है. कई प्रजाति के कठफोड़वा के पंखों का रंग भूरा, जैतून के रंग का और चितकबरा होता है. वहीं कई प्रजातियों में काले, लाल और पीले रंग के पंख होते हैं. कुछ प्रजातियों के पंखों का पैटर्न नारंगी, हरा, भूरा, मैरून और सुनहरे रंग का होता है.

9. मादा और नर कठफोड़वा में बहुत मामूली अंतर होता है (williamson’s sapsucker और orange-backed woodpecker इसका अपवाद हैं, जिनमें काफ़ी अंतर होता है.). मादा और नर को रंग के आधार पर पहचाना जा सकता है. नर कठफोड़वा के माथे और गर्दन का हिस्सा काले रंग का होता है, वहीं मादा की छाती का रंग सफ़ेद होता है.


कठफोड़वा पक्षी की आवाज़ कैसी होती है?

10. कठफोड़वा की आवाज़ तेज और कर्कश होती है.

11. उड़ान भरते समय यह तीखी आवाज़ करता है.

12. वसंत ऋतु में भी कठफोड़वा काफ़ी तेज आवाज़ निकालते हैं, जो खोखले तने या कभी-कभी किसी धातुई सतह पर अपनी चोंच/सिर ठोकने से निकली आवाज़ से मिलकर और तेज सुनाई पड़ती है. ये मुख्यतः नर कठफोड़वा की आवाज़ होती है. इसके द्वारा वह अपने क्षेत्र पर अधिकार प्रदर्शित करता है. अन्य ऋतुओं में वे सामान्यतः शांत रहते हैं.


कठफोड़वा के बारे में जानकारी | Amazing Facts About Woodpecker In Hindi
कठफोड़वा को इंग्लिश में क्या कहते है?

13. कठफोड़वा को इंग्लिश में woodpecker कहते हैं.
कठफोड़वा पक्षी का वैज्ञानिक नाम क्या है?

14. कठफोड़वा का वैज्ञानिक नाम पिकिडे (Picidae) है.
दुनिया में कठफोड़वा की कितनी प्रजातियाँ हैं?

15. दुनिया में कठफोड़वा की लगभग 200 विभिन्न प्रजातियाँ हैं.
कठफोड़वा कहाँ पाए जाते हैं? (Where do woodpeckers live?)

16. ऑस्ट्रेलिया, न्यू गिनी, न्यूजीलैंड, मेडागास्कर और ध्रुवीय क्षेत्रों को छोड़कर कठफोड़वा दुनिया में लगभग हर जगह पाए जाते हैं.
दुनिया में कठफोड़वा की सबसे बड़ी प्रजाति कौन सी है?

17. दुनिया में दो सबसे बड़े कठफोड़वे इम्पीरियल वुडपेकर (Imperial woodpecker) और आइवरी-बिल्ड वुडपेकर (Ivory-billed woodpecker) हैं. वर्तमान में दोनों ही विलुप्तिप्राय हैं.

18. वर्तमान में ज्ञात कठफोड़वा की सबसे बड़ी प्रजाति  ‘ग्रेट स्लैटी कठफोड़वा’ (The great slaty woodpecker) है, जिसका वैज्ञानिक नाम ‘मुलरिपिकस पुल्वरुलेंटस’ (Mulleripicus pulverulentus) है.

19. ‘ग्रेट स्लैटी कठफोड़वा’ की लंबाई 48-58 सेंटीमीटर (19–23 इंच) और वजन 360-563 ग्राम (0.794–1.241 पौंड) होता है.

20. ‘ग्रेट स्लैटी कठफोड़वा’ मुख्यतः भारतीय उप-महाद्वीप और दक्षिण पूर्व एशिया में पाया जाता है.
दुनिया में कठफोड़वा की सबसे छोटी प्रजाति कौन सी है?

21. दुनिया में कठफोड़वे की सबसे छोटी प्रजाति ‘बार-ब्रेस्टेड पिचुलेट’ (Bar-breasted piculet) है, जिसका वैज्ञानिक नाम Picumnus aurifrons है.

22. इसकी लंबाई 7.5 सेमी (3 इंच) और वजन 8 से 10 ग्राम (०.28 से 0.35 oz) होता है.

23. यह बोलिविया, कोलंबिया, इक्वाडोर और पेरू में पाया जाता है.
कठफोड़वा का जीवनकाल कितना होता है?

24. प्रजातियों के आधार पर जंगल में कठफोड़वा का औसत जीवनकाल 4 से 12 साल तक होता है.
कठफोड़वा क्या खाता है?

25. कठफोड़वाओं का आहार मुख्य रूप से सजीव और मृत वृक्षों में पाए जाने वाले कीट और कीटडिंभ हैं. इनके आहार में चींटी, दीमक, झींगुर और उनके लार्वा, मकड़ी, इल्ली, अन्य आर्थ्रोपोड्स, चिड़ियों के अंडे, छोटे रोडेंट, गिरगिट, फल, नट्स, पौधों का रस शामिल हैं.


कठफोड़वा पक्षी के आवास के बारे में जानकारी/ कठफोड़वा कहाँ रहता है? कठफोड़वा का घोंसला

26. कठफोड़वा की अधिकांश प्रजातियाँ जंगलों या जंगली इलाकों में रहती हैं, हालांकि कुछ प्रजातियाँ जंगलों से दूर चट्टानी पहाड़ियों और रेगिस्तान जैसे इलाकों में रहने के लिए भी जानी जाती हैं.

27. कठफोड़वा सूखे पेड़ के तने को खोदकर अपना घोंसला बनाते हैं. इस प्रक्रिया में 10 से 28 दिन का समय लगता है. घोंसला बनाने का कार्य नर और मादा दोनों मिलकर करते हैं.

28. कठफोड़वा अपने द्वारा पिछले वर्ष बनाये घोंसले का दोबारा इस्तेमाल नहीं करते/या बहुत ही कम करते हैं.

29. wrynecks woodpecker कभी अपना घोंसला नहीं बनाते, वे पहले से ही किसी पेड़ में बने कोटर में जाकर रहते हैं.
कठफोड़वा का प्रजनन

30. कठफोड़वा का प्रजनन काल मार्च से मई के दौरान होता है. इस अवधि में वे अपने लिए घोंसला बनाते हैं.

31. मादा कठफोड़वा एक बार में 2 से 5 अंडे देती हैं.

32. अंडों को सेने की अवधि 11 से 14 दिनों तक की होती है.

33. लगभग 18 से 35 दिन में कठफोड़वा के बच्चे घोंसला छोड़ने लायक हो जाते हैं.
पेड़ को लगातार ठोंकने पर भी कठफोड़वा के मष्तिष्क को नुकसान न पहुँचने का कारण

34. कठफोड़वा पेड़ के तने पर लगातार अपनी चोंच ठोंकता और बजाता है, फिर भी इसके मस्तिष्क को कोई नुकसान नहीं पहुँचता, इसका कारण इसकी शारीरिक विशेषतायें हैं.

35. कठफोड़वा का मस्तिष्क छोटा और कोमल होता है, जिसके आसपास संकरा सबडूरल स्पेस (subdural space) होता है, जिसमें Cerebrospinl fluid भरा होता है, जिससे कठफोड़वा के पेड़ पर चोंच ठोकने के दौरान मस्तिष्क खोपड़ी में आगे-पीछे गति नहीं करता, बल्कि अपने स्थान पर रहता है. खोपड़ी में मजबूत और स्पंज जैसी हड्डियाँ होती हैं.

36. कठफोड़वा में काफ़ी लंबी हाईपोइड हड्डी (hyoid bone or tongue bone – गले के बीच में स्थित हड्डी) होती है, जो उपविभाजित होती हैं और रीढ़ की हड्डी के स्तंभ के दोनों ओर से गुजरती है और मस्तिष्क के चारों ओर लिपटी होती है. जो एक सेफ्टी बेल्ट के जैसे होती है.

37. पेड़ को ठोकने के दौरान उत्पन्न 99.7 प्रतिशत ऊर्जा strain energy के रूप में संग्रहित होती है, जो पूरे शरीर में वितरित होती है और बहुत कम भाग मस्तिष्क में जा पाता है और उसे वहां कम आघात पहुँचता है.


कठफोड़वा के बारे में अन्य रोचक तथ्य | Amazing Facts about Woodpecker In Hindi

38. कठफोड़वा प्रति सेकंड 20 बार अपना सिर पेड़ पर ठोकता है. यह प्रति दिन 8,000 से 12,000 बार अपना सिर पेड़ पर ठोकता है.

39. कठफोड़वा 24 किलोमीटर/घंटे की रफ़्तार से उड़ान भरता है.

40. कठफोड़वा किसी भी पेड़ के तने में उर्ध्व (vertically) चढ़ सकता है और फिर उतर भी जाता है. ऐसा इसके जाइगोडैक्टल पैर (zygodactly feet) के कारण है, जिसमें चार उँगलियाँ होती है. पहली और चौथी उंगली पीछे की और और दूसरी और तीसरी उंगली आगे की ओर होती है. इससे उसके पेड़ का तना पकड़ने में आसानी होती है और ये सीधा पेड़ पर चढ़ पाते हैं.

41. कठफोड़वा के पंख उसके नथुने को एक हेयर-ब्रश की तरह ढके रहते हैं. इस तरह वह पेड़ को ठोकते/कुरेदते समय लकड़ी ने महीन अंश साँस लेते समय उसके नथुने में नहीं जा पाते.

42. साल में एक बार कठफोड़वा अपने पंख झड़ा देते हैं. इसका अपवाद wrynecks woodpecker हैं, जिनमें प्रजनन के पूर्व आंशिक रूप से पंख झड़ जाते हैं.

43. कठफोड़वा एक एकांतप्रिय और असामाजिक जीव है, जो भीड़-भाड़ से अलग अकेले या अपने जोड़े के साथ घूमना पसंद करता है.

44. कठफोड़वा मोनोगैमस होते हैं और एक ही साथी के साथ जीवन भर रहते हैं.

45. कठफोड़वा के मुख्य शिकारियों में जंगली बिल्लियाँ, लोमड़ियाँ, कोयोट्स, साँप और बड़े पक्षी शामिल हैं.

46. कई बार लोग हुदहुद और कठफोड़वे को एक समझने की भूल कर देते हैं. दोनों भिन्न पक्षी है, हुदहुद की चोंच नुकीली, तीखी और पतली होती है, वहीं कठफोड़वा की चोंच मजबूत, मोटी और तीखी होती है.