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आज का हिन्दू पंचांग - 17 मई 2023

आज का हिन्दू पंचांग - 17 मई 2023

*दिनांक - 17 मई 2023*
*दिन - बुधवार*
*विक्रम संवत् - 2080*
*शक संवत् - 1945*
*अयन - उत्तरायण*
*ऋतु - ग्रीष्म*
*मास - ज्येष्ठ (गुजरात एवं महाराष्ट्र में वैशाख)*
*पक्ष - कृष्ण*
*तिथि - त्रयोदशी रात्रि 10:28 तक तत्पश्चात चतुर्दशी*
*नक्षत्र - रेवती सुबह 07:39 तक तत्पश्चात अश्विनी*
*योग - आयुष्मान रात्रि 09:18 तक तत्पश्चात सौभाग्य*
*राहु काल - दोपहर 12:36 से 02:16 तक*
*सूर्योदय - 05:58*
*सूर्यास्त - 07:14*
*दिशा शूल - उत्तर दिशा में*
*ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:32 से 05:15 तक*
*निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:14 से 12:57 तक*
*व्रत पर्व विवरण - मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत*
*विशेष - त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

* मासिक शिवरात्रि : 17 मई 2023*

*कर्ज मुक्ति हेतु -*

* हर मासिक शिवरात्रि को सूर्यास्त के समय घर में बैठकर अपने गुरुदेव का स्मरण करके शिवजी का स्मरण करते-करते ये 17 मंत्र बोलें ! जिनके सिर पर कर्जा ज्यादा हो वो शिवजी के मंदिर में जाकर दिया जलाकर ये 17 मंत्र बोलें ! इससे कर्जे से मुक्ति मिलेगी ।*

1)  *ॐ शिवाय नमः*
2) *ॐ सर्वात्मने नमः*
3) *ॐ त्रिनेत्राय नमः*   
4) *ॐ हराय नमः*
5) *ॐ इन्द्रमुखाय नमः* 
6) *ॐ श्रीकंठाय नमः*
7) *ॐ सद्योजाताय नमः*
8) *ॐ वामदेवाय नमः*
9) *ॐ अघोरहृदयाय नम:*
10) *ॐ तत्पुरुषाय नमः*
11) *ॐ ईशानाय नमः*    
12) *ॐ अनंतधर्माय नमः*
13) *ॐ ज्ञानभूताय नमः*
14) *ॐ अनंतवैराग्यसिंघाय नमः*
15) *ॐ प्रधानाय नमः*  
16) *ॐ व्योमात्मने नमः*
17) *ॐ व्यूक्तकेशात्मरूपाय नम:*

*चेहरे की झुर्रियां व चमक बढ़ाने के लिए*

*चेहरे पर बुढ़ापे की झुर्रियां पड़ गयी हों तो कड़वे बादाम का तेल, सोने से पहले जरा चेहरे पर रगड़ दो तो बुढ़ापे की झुर्रियों में फायदा होता है ।*

*सरसों के तेल में दही मिलाकर मलें तो भी चेहरे की झुर्रियां व चेहरे का सूखापन हट जायेगा ।*

*आँख के नीचे झुर्रियां पड़ गयी हों तो दूध की ताजी मलाई वहां हलके-हलके मलने से झुर्रियां ठीक होने लगती हैं । अथवा शहद व नींबू का रस मलें ।*

*नींबू का रस व ग्लिसरीन मिलाकर चेहरे पर मलें तो चेहरे की चमक बढ़ेगी ।*

*मेधावी व निरोगी संतान हेतु अनुभूत प्रयोग🔹*

*गर्भवती महिला रोज श्रद्धापूर्वक गाय का पूजन कर उसकी कम-से-कम एक परिक्रमा करे, उसे अपने हाथ से रोटी तथा गुड़ खिलाये और सुबह-शाम गोदुग्ध का पान करे तो निश्चित ही आनेवाली संतान फुर्तीली, सशक्त, मेधावी एवं निरोगी होगी और प्रसव भी सहज ढंग से होगा ।*

*प्रसव-पीड़ा कम होगी । उपरोक्त लाभों के लिए यह प्रयोग प्रतिदिन करना अनिवार्य है । प्रतिदिन सम्भव न हो तो जितने दिन सम्भव हो करे, तब भी लाभ होगा ।*

* लोक कल्याण सेतु –अक्टूबर २०१९*

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