माता-पिता के लिए बच्चों (card to parents)का कार्ड : Hindi Story of the Day
एक परिवार में पिता माता और एक बच्चा रहता था। माता-पिता उसे घर की दीवारों पर पेंटिंग के रंगों से अपने हाथ की छाप छापने के लिए डांटते थे।
एक दिन बच्चे ने अपने माता-पिता को एक हस्तनिर्मित कार्ड दिया।
जब माता-पिता को कार्ड मिला तो उन्होंने देखा कि कार्ड पर उनके बेटे के हाथ की एक छोटी सी छाप थी। अंदर उनकी एक तस्वीर थी जिसमें उनकी तस्वीर के साथ एक छोटा सा नोट लिखा हुआ था।
लिखे गए शब्द थे "कभी-कभी आप गुस्सा और निराश हो जाते हैं क्योंकि मैं बहुत छोटा हूं और अपनी उंगलियों के निशान फर्नीचर और दीवारों पर छोड़ देता हूं।
लेकिन
हर रोज बढ़ रहा हूं और एक दिन ये फिंगर प्रिंट मिट जाएंगे। इसलिए, यहां कार्ड पर मेरे हाथ का अंतिम हैंड प्रिंट लगाया गया है ताकि एक दिन आप याद कर सकें कि जब मैं छोटा था तो मेरा फिंगरप्रिंट बिल्कुल कैसा दिखता था।
उन्हें एहसास हुआ कि वे जीवन की दौड़ में क्या खोते जा रहे हैं और यह बात दिल को छू गई और उन्होंने उन्हें प्यार से गले लगाया और चूमा।
Moral: बच्चों के साथ समय बिताने के लिए इंतजार न करें। धीमा और आनंद जीवन लें और परिवार के साथ बिताएं। एक बार समय बीत जाने के बाद आपको वह वापस नहीं मिलेगा और जीवन का आनंद लेना बेहतर है न कि बाद में पछताना।
Tags